बंदे हे हम उसके , हम पे किसीका जोर.....
उमीदो के सूरज , निकले चारो और ....
इरादे हे फौलादी , हिम्मती हर कदम…
अपने हाथो किस्मत लिखने , आज चले हम.
मस्करे का खेल धोके का खेल होता हे
जिसमे Audience को लगता हे के जित उनकी हो रही हे
लेकिन जीतते हम हे।
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